हनुमान यात्नमास्ताया दु:ख क्षय करोभाव मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। ॐ ऐं ह्रीं हनुमते रामदूताय लंकाविध्वंसनाय अंजनी गर्भ संभूताय शाकिनी डाकिनी डाकिनी विध्वंसनाय किलिकिलि बुबुकारेण विभिषणाय हनुमद्देवाय ॐ ह्रीं श्रीं हौं हाँ फट् स्वाहा।। दुनिया में कितने मुस्लिम इस्लाम धर्म छोड़ रहे हैं? It is said that chanting hanuman mantra https://webdirectorytalk.com/listings745215/not-known-details-about-hanuman-mantra